कैल्शियम, लोहा और फॉस्फोरस का मानव शरीर में महत्व

शरीर की वृद्धि एवं विकास के लिए लगभग 10 से भी अधिक खनिज पदार्थों की आवश्यकता होती है। इन खनिज पदार्थों में कैल्सियम, लोहा, फास्फोरस की आवश्यकता अधिक मात्रा में होती है। जो कि उचित मात्रा में फल एवं सब्जियों के अलावा अन्य खाद्य-पदार्थों में उपस्थित नहीं होते हैं कैल्सियम, लोहा, फ़ॉस्फोरस के अतिरिक्त फल एवं सब्जियों से आयोडीन एवं सोडियम की भी प्राप्ति होती है। इनकी मात्रा कम होने पर भी ये मनुष्य के स्वास्थ्य को बनाये रखने में सहायक होती हैं। खनिज पदार्थों की उपस्थिति के कारण ही फल एवं सब्जियों को दूध की तरह संरक्षी खाद्य-पदार्थ कहा जाता है। इस प्रकार शाकाहारी भोजन में इनका विशेष महत्व है।  
कैल्सियम (Calcium)
संक्रामण अवरोध तथा हड्डियों के लिए इनकी आवश्यकता होती है। इसकी कमी से बच्चों में रिकैक्ट्स तथा पीजन चेस्ट की बीमारी हो जाती है। तथा बच्चों की बढ़वार रुक जाती है और दाँत खराब हो जाते हैं। भोेजन में कैल्सियम की कमी में ओस्टेमल्सिया के कारण बच्चों के जन्म में कइिनाई होती है। हड्डियों एवं दांतों की बढ़ोतरी का आवश्यक अवयव माना गया है, इसकी कमी से सूखा रोग होता है। त्वचा एवं दमा रोग भी इसकी कमी के कारण होते है। खनिज-पदार्थों में ये समन्वयकर्ता के रूप में कार्य करता है। तथा दूसरे खनिज-पदार्थों के अनुपात को ठीक करने में सहायक के साथ-साथ शरीर में लोहे की मितव्ययिता को रोकता है। सब्जियों, सेम, पात गोभी, गाजर, सलाद, प्याज, पालक, मटर एवं टमाटर में कैल्सियम उपलब्ध होता है। फलों में बादाम, खजूर, बेल, नारियल, फालसा इत्यादि फलों तथा हरी सब्जियों के अन्दर कैल्सियम की अच्छी मात्रा पाई जाती है।

लोहा (Iron)

सब्जियाँ एवं फल लोहे का एक अच्छा स्रोत है। हरी पत्तियों में लोहे की मात्रा अधिक होती है। लोहा लाल रक्त कणिकाओं का एक आवश्यक भाग है। इसकी कमी से रक्त की कमी हो जाती है तथा यह शरीर के अन्दर आॅक्सीजन वाहक का काम करता है। यह केला, अंगूर, खजूर, अमरूद, करोंदा, स्ट्राबेरी, पपीता, पालक, सलाद, पात गोभी, मटर, सेम और टमाटर से प्राप्त किया जा सकता है।
फ़ॉस्फोरस (Phosphorus)
 
यह शरीर के सभी कार्यशील ऊत्तकों के लिए आवश्यक है। यह हड्डियों तथा मुलायम ऊत्तकों के कोषा गुणांक के लिए आवश्यक है। इसलिये इसकों कैल्सियम का पूरक कहा गया है, साथ ही ये ऊत्तकों में उचित द्रव्य पदार्थ के बनाये रखने में सहायक होती है। इसका मुख्य कार्य कार्बोहाइड्रेट के आॅक्सीकरण में होता है जिससे ऊर्जा उत्पन्न होती है। यह आम, अमरूद, केला, नारियल, अनार, काजू, सेव, आलू, गाजर, टमाटर, पालक, कद्दू, फूल गोभी तथा सलाद से प्राप्त किया जा सकता है।
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